Home देश विमान में बम है…एक झूठी कॉल की कीमत 3 करोड़, वित्‍तीय आतंकवाद...

विमान में बम है…एक झूठी कॉल की कीमत 3 करोड़, वित्‍तीय आतंकवाद लगा रहा एयरलाइंस की लंका

2

भारत में पिछले कुछ दिनों से लगातार शरारती तत्‍व किसी विमान में बम रखे होने की झूठी कॉल करके विमानन कंपनियों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. लगभग 40 उड़ानों को बम की धमकियां मिली अब तक मिल चुकी हैं. हालांकि जांच में ये सभी झूठी साबित हुईं. लेकिन, बम होने की इन झूठी सूचनाओं ने एयरलाइन कंपनियों को 60-80 करोड़ रुपये की चपत लगा दी है. दरअसल, किसी विमान में बम होने की सूचना मिलने पर फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट की बजाय नजदीकी हवाई अड्डे पर उतारा जाता है. इससे ईंधन की खपत तो ज्‍यादा होती ही है, विमान की जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्‍हें उनके गंत्‍वय तक पहुंचाने के लिए विमान की व्‍यवस्‍था करनी पड़ती है. इन सब पर करीब तीन करोड़ रुपये तक खर्च हो जाते हैं.

इमरजेंसी लैंडिंग करवाने के कारण और भी अन्य खर्चे विमान कंपनी के खाते में आ जाते हैं. जैसे कि एयरपोर्ट पर विमान का पार्किंग शुल्क देना पड़ता है, किसी यात्री की अगर कोई कनेक्टिंग फ्लाइट होती है तो उसका मुआवजा एयरलाइन को यात्री को देना पड़ता है और अतिरिक्‍त क्रू मैंबर्स को ड्यूटी पर लगाना पड़ता है. जब किसी फ्लाइट को बम की धमकी मिलती है, तो गंतव्य हवाई अड्डा विमान को हवा में होल्ड करने या वैकल्पिक हवाई अड्डे पर उतरने का निर्देश दे सकता है. इससे अतिरिक्त ईंधन की खपत होती है, जो एयरलाइन के लिए महंगा साबित होता है. एक फ्लाइट के लिए हर घंटे ईंधन की लागत लाखों रुपये तक पहुंच सकती है.

एक करोड़ रुपये का ईंधन हो गया बर्बाद
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार (14 अक्टूबर) को एयर इंडिया का बोइंग 777 विमान मुंबई से न्यूयॉर्क के जेएफके हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था. उड़ान में लगभग 130 टन जेट ईंधन भरा गया था, जो 16 घंटे की नॉन-स्टॉप यात्रा के लिए था. उड़ान भरने के तुरंत बाद, एयरलाइन को एक कॉल मिली जिसमें कहा गया कि विमान में बम है.

इस कॉल के बाद फ्लाइट को न्‍यूयॉर्क की बजाय दिल्ली वापस लाया गया. लेकिन, यह तुरंत लैंड नहीं कर पाया. इसका कारण यह था कि बोइंग 777 का अधिकतम लैंडिंग वजन 250 टन है, जबकि उड़ान के समय विमान का कुल वजन लगभग 340-350 टन था. इस अतिरिक्‍त वजन को कम करने के लिए 100 टन ईंधन को हवा में विमान को चक्‍कर कटवाकर जलाया गया. इससे एयरलांइस को करीब ₹1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.