Home देश बजट शब्द का मतलब क्या होता है? संविधान में क्यों नहीं है...

बजट शब्द का मतलब क्या होता है? संविधान में क्यों नहीं है इसका जिक्र

4

फरवरी में ही बजट पेश होगा. इस बजट का इंतजार सभी लोग बेसब्री से कर रहें हैं, क्योंकि वे जानना चाहते हैं कि किस वर्ग के लिए वित्त मंत्री के पिटारे से क्या निकलेगा. हालांकि, इन सबसे ऊपर क्या आप जानते हैं कि बजट का आखिर मतलब क्या होता है. बजट शब्द आया कहां से है और बजट को बजट ही क्यों कहा जाता है. चलिए, जानते हैं बजट के पीछे का इतिहास क्या है.

बजट शब्द का मतलब क्या है?

बजट एक लोकप्रिय शब्द है, जिसे फ्रेंच भाषा के लातिन शब्द बुल्गा से लिया गया है. बाद में यही बुल्गा बोऊगेट बना और फिर ये बोगेट बना. इसका मतलब होता है, चमड़े का ब्रीफकेस जो छोटे आकार का होता है. पहले ब्रीफकेस का रंग भूरा हुआ करता था, लेकिन अब इसमें बदलाव हो गए हैं. आजादी के बाद से बजट को सदन में पेश करने के लिए भारत के वित्त मंत्री चमड़े के ब्रीफकेस में बजट से जुड़े कागज को लेकर पहुंचते थे, लेकिन इससे पहले वित्त मंत्री अपने अन्य सहयोगियों के साथ फोटोशूट कराते थे. यह परंपरा अंग्रेजों के समय से ही चली आ रही है.

संवैधानिक दस्तावेज में नहीं है बजट का जिक्र

बजट पेश करने की परंपरा अंग्रेजों के जमाने की है. वहीं, भारतीय संविधान की बात करें तो इसमें बजट का कोई जिक्र नहीं किया गया है, क्योंकि यह ब्रिटिश शासन की परंपरा थी. इसी कारण इसे संविधान में शामिल नहीं किया गया.

बजट का इतिहास

भारत में बजट की शुरुआत बहुत पहले हो गई थी, लेकिन भारत में पहली बार बजट 1860 में स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विलसन ने पेश किया था. हालांकि, आजाद भारत का पहला बजट आर के शनमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर, 1947 में पेश किया था. इसके बाद स्वतंत्र भारत में बजट की शुरुआत हो गई थी. 2001 से पहले बजट फरवरी के अंतिम दिन शाम 5 बजे पेश होता था, लेकिन, वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने 2001 में इसके समय में बदलाव किया.