मासूम से दरिंदगी की घटना के बाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने घटना और मामले को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्भया कांड से कम नहीं है। दूसरी ओर पुलिस ने पीड़ित परिवार की एक अन्य बच्ची व परिजनों के साथ मारपीट की। इतना डराया गया है कि बच्ची सहित पूरा परिवार सदमे में है। बैज ने सवाल उठाया कि प्रदेश में सुशासन है या गुंडाराज। घटना कहां हुई, लाश कार में कैसे पहुंची? स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा पर भी निशाना साधा और कहा कि कानून व्यवस्था नहीं संभल रही तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
पीड़ित परिवार के लोगों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बीतचीत में बैज ने कहा कि परिवार को स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं है। परिजनो ने आशंका जाहिर की है कि घटना में एक व्यक्ति नहीं और भी है, जो सामने आना चाहिए। पूरे मामले की सीबीआई जांच हो। घर वालों का कहना है एसिड से भी जला दिया गया है। घटना के बाद घर की एक अन्य छोटी बच्ची को भी पुलिस ढाई बजे रात उठाकर ले गई उनको एवं उनके दादा तथा बुआ दादी से बर्बरता पूर्वक मारपीट की गई। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोहारीडीह, बलरामपुर, धमतरी में पुलिस लाकअप में मौत हो गई। यही सीन यहां भी दोहराने का प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा कि जल्दबाजी न कर घटना को गंभीरता से लें। लोहारीडीह में 64 लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी बाद में चूक मानते हुए 29 लोगों को छोड़ दिया गया। कांग्रेस परिवार को न्याय दिलाने लड़ाई लड़ेगी। घटना की सीबीआई जांच हो। इस दौरान सांसद फूलोदेवी नेताम, विधायक संगीता सिन्हा, पूर्व विधायक अरुण वोरा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर, गया पटेल, आरएन वर्मा, राजेन्द्र साहू मौजूद थे।
स्कूल नहीं शराब दुकानें खोल रही सरकार
बैज ने कहा कि भाजपा पंद्रह सालों तक शराबबंदी की बात करती रही। कांग्रेस की सरकार बनने पर शराब बंदी की ओर बढ़ते हुए 50 से अधिक दुकाने बंद कराई गई। मगर भाजपा सरकार बनते ही पूरे प्रदेश में बंद आहता खुल गए। इस सरकार ने नई स्कूल नहीं खोली मगर 67 नई शराब दुकाने खोल दी। एमपी से नकली शराब आने लगे, देसी दुकानों में अंग्रेजी शराब बिकने लगी।