अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान के दुर्घटनाग्रसत होने के बाद से बोइंग के शेयर भी लगातार गिर रहे हैं. न्यूयॉक स्टॉक एक्सचेंज पर बोइंग का शेयर शुक्रवार को भी इंट्राडे में 5 फीसदी टूट गया. इससे एक दिन पहले यह 8 फीसदी से ज्यादा गिरा था. बोइंग के ड्रीमलाइनर विमान के लिए इंजन बनाने वाली कंपनी जीई एयरोस्पेस के शेयर पर भी अहमदाबाद प्लेन क्रैश की आंच पहुंची है. जीई एयरोस्पेस के शेयर भी 3 फीसदी से ज्यादा टूट गए.
गुरुवार को एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद में टेकऑफ करते ही क्रैश हो गया था. इस हादसे में 241 यात्रियों की मौत हो गई. बोइंग के ड्रीमलाइनर विमान लंबी दूरी की उड़ानों के लिए उपयोगी माने जाते हैं. फिलहाल 1,100 से अधिक ऐसे विमानों का संचालन किया जा रहा है.
अहमदाबाद में हुई हालिया विमान दुर्घटना ने अमेरिकी विमानन कंपनी बोइंग के लिए गंभीर संकट खड़ा कर दिया है. हादसे के बाद कंपनी की साख और विमानों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. हादसे के बाद कंपनी के सीईओ केली ऑर्टबर्ग ने अपनी विदेश यात्रा को रद्द कर तत्काल हालात को संभालने की कमान खुद अपने हाथ में ली है. ऑर्टबर्ग ने अगले सप्ताह प्रस्तावित पेरिस एयर शो का दौरा रद्द कर दिया है ताकि हादसे की जांच पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जा सके. बोइंग की एक विशेष टीम जल्द ही अहमदाबाद पहुंचने वाली है ताकि जांच में सहयोग किया जा सके. बोइंग ने हाल ही में लगभग 300 नए विमानों के ऑर्डर हासिल किए हैं.
दुर्घटनाओं का लंबा इतिहास
बोइंग 737 विमानों की सुरक्षा पहले भी सवालों के घेरे में रही है. 2018 और 2019 में इस मॉडल की दो बड़ी दुर्घटनाओं में 346 लोगों की मौत हुई थी. 2018 में इंडोनेशिया में टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक बोइंग विमान क्रैश हुआ था, जिसमें 189 लोगों की जान गई थी. 2019 में इथियोपिया में इसी तरह की दुर्घटना में 157 लोग मारे गए थे.
इन दो हादसों के बाद बोइंग 737 मैक्स सीरीज के 387 विमानों को ग्राउंड कर दिया गया था. इसके बाद अमेरिकी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने 2020 में जांच कर कई तकनीकी खामियों को उजागर किया. इनमें सबसे प्रमुख मुद्दा विमान के सेंसर सिस्टम को लेकर था. जनवरी 2024 में अलास्का एयरलाइंस की एक बोइंग फ्लाइट में उड़ान के दौरान दरवाजे का प्लग फट गया था, जिसके बाद कंपनी के सीईओ डेव कैलहोन को इस्तीफा देना पड़ा था.
देना पड़ा है करोड़ों डॉलर जुर्माना
बोइंग को अब तक कई भारी जुर्मानों का सामना करना पड़ा है. जनवरी 2021 में 2.5 अरब डॉलर का जुर्माना अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों से जानकारी छिपाने के आरोप में लगाया गया. 2018 और 2019 की दुर्घटनाओं के लिए 243.6 मिलियन डॉलर की आपराधिक सजा के तहत जुर्माना भरा गया. पीड़ित परिवारों को 1.77 अरब डॉलर का मुआवज़ा भी दिया गया.