संसद का शीतकालीन सत्र में अब तक हंगामा ही हंगामा हो रहा है. विपक्ष के जोरदार हंगामे की वजह से अब तक कामकाज नहीं हो पाया है. आज यानी गुरुवार को भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में जोरदार हंगामा देखने को मिला. लोकसभा में प्रश्नकाल का वक्त था. अखिलेश यादव के सांसद समेत पूरा विपक्ष जोरदार हंगामा कर रहा था. तभी टीवी के प्रभु राम यानी अरुण गोविल ने आम आदमी से जुड़ा एक अहम सवाला उठाया. इस पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी बोलना पड़ा कि यह तो काफी अहम विषय है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मेरठ से भाजपा सांसद अरुण गोविल ने प्रश्न काल के दौरान लोकसभा में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील कंटेंट के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने कहा, ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जो दिखाया जा रहा है, वह बहुत अश्लील है. ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने वाले ये कंटेंट परिवार में साथ बैठकर देख नहीं सकते हैं. इससे हमारे नैतिक मूल्यों का हरास हुआ है. क्या मंत्री हमें बता सकते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेक्स कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा तंत्र क्या है? और उक्त कानून इन प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए ज्यादा प्रभावी नहीं है. सरकार के पास मौजूदा कानून को और सख्त बनाने का प्रस्ताव है.’
केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब
इस मामले पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जवाब दिया. उन्होंने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण विषय है. पहले मीडिया में कोई भी चीज लाने से पहले एक चेक होता था लेकिन अब उसे लाने से पहले सारे चेक खत्म हो गए हैं. एडिटोरियल चेक खत्म होने के कारण सोशल मीडिया फ्रीडम ऑफ प्रेस का एक बड़ा माध्यम है. लेकिन साथ ही साथ अनकंट्रोल एक्सप्रेशन के साथ कई तरह के वलगर कंटेंट हैं. अभी और कड़ा कानून लाने की जरूरत है लेकिन इसके लिए इसमें हमें एक कनसेसस लाने की जरूरत है.’
विपक्ष ने खूब मचाया हंगामा
लोकसभा में यह अहम मुद्दा ऐसे वक्त में आया, जब पूरा विपक्ष हंगामा कर रहा था. कई मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक बुधवार को एक बार स्थगित होने के बाद फिर से शुरू होने के करीब 10 मिनट के अंदर ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और कई मामले को उठाने की कोशिश करने लगे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सदस्य अरुण गोविल का उल्लेख करते हुए कहा कि वह पहली बार प्रश्नकाल में प्रश्न पूछ रहे हैं, इसलिए सदन की कार्यवाही चलने दी जाए. हालांकि, हंगामा नहीं थमा और विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी जारी रही. इसके बाद आज के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई.