सैफ अली खान पर गुरुवार की भोर में जानलेवा हमला हुआ. एक्टर अपनी पत्नी करीना कपूर खान और दोनों बेटे तैमूर और जेह के साथ सो रहे थे कि तभी रात को लगभग 2:30 बजे उन्हें अपनी नौकरानी की चीख सुनाई दी. हाउसहेल्प की चीख सुनते ही सैफ अली खान अपने कमरे से बाहर निकले और उनका सामना अंधेरे में घर में घुस चुके चोरों से हुआ. सैफ अली खान ने अपनी जान की चिंता किए बिना ही अपनी नौकरानी की जान बचाने की कोशिश की और इस दौरान चोरों के साथ हुई हाथापाई में वो बुरी तरह घायल हो गए. चोरों ने सैफ अली खान पर चाकू से तीन-चार बार जानलेवा हमला किया जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब सैफ अली खान की जान खतरे से बाहर है, लेकिन उनपर हुआ ये हमला मुंबई में रहने वाले सभी वीआईपी और वीवीआईपी लोगों के लिए खतरे की घंटी है. तो चलिए आपको सैफ अली खान के घर पर हुए इस हमले की विस्तार से पूरी डिटेल बताते हैं.
सैफ अली खान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सो रहे थे कि तभी उनके घर में चोर घुस आए. चोरों की पहली भिड़ंत एक्टर के घर में काम करने वाली नौकरानी से हुई. रात को ढाई बजे नौकरानी की चीख सुनकर सैफ अली खान की आंख खुली तो, वो अकेले ही अपने कमरे से बाहर निकल आए. जब उन्होंने नौकरानी को चोरों से अकेले भिड़ते देखा तो एक्टर ने बिना अपनी जान की चिंता किए मोर्चा संभाला और उनकी हाथापाई हो गई.
सैफ के साथ मौजूद है पूरा परिवार
इस हाथापाई के दौरान सैफ अली खान पर 6 बार चाकू से वार किया गया जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गए. उन्हें आनन-फानन में बिना किसी देरी के सिक्योरिटी और नौकरों की मदद से मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान सुबह लगभग 3.30 बजे पुलिस को इस घटना की जानकारी दी गई. चोरों के वार में सैफ अली खान के हाथ और कंधे पर बुरी तरह चोट आई जिसकी वजह से डॉक्टर्स की टीम को बिना समय गंवाए सर्जरी करनी पड़ी. सर्जरी के बाद अब सैफ खतरे से बाहर हैं और इस वक्त उनका पूरा परिवार उनके साथ अस्पताल में मौजूद है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा खून बहने के बावजूद सैफ अली खान को उनके बेटे इब्राहिम ने ऑटो-रिक्शा से लीलावती अस्पताल पहुंचाया. कार उस वक्त जाने को तैयार नहीं थी क्योंकि ड्राइवर घर में मौजूद नहीं था. आनन-फानन में 23 साल के इब्राहिम अपने पिता सैफ को तीन पहिया वाहन यानी ऑटो से अस्पताल लेकर गए. उन्होंने किसी तरह पिता को ऑटो में चढ़ाया और अस्पताल भागे. दावा किया गया कि कार के जाने में अभी समय लगना था. इसलिए सैफ को ऑटो से अस्पताल ले जाया गया.