दिल्ली में सुबह 5 बजकल 36 मिनट पर आया भूकंप आगे बढ़ता हुआ पहले बिहार पहुंचा और उसके बाद पड़ोसी देश तक पहुंच गया. बिहार में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं और नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, सोमवार सुबह 8:02 बजे 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. वहीं दिल्ली में भूकंप का ऐपिक सेंटर धौला कुंआ में रहा और साल 1990 से यहां भूकंप आ रहे हैं.
बिहार में भी आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई, जबकि इसका केंद्र सीवान जिले में जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस ने पुष्टि की कि इस भूकंप का अक्षांश 25.93 और देशांतर 84.42 दर्ज किया गया. बिहार के अलावा, सोमवार सुबह 8:54 बजे बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई, जबकि इसका केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था. एनसीएस के अनुसार, बांग्लादेश में आए भूकंप का अक्षांश 24.86 और देशांतर 91.94 दर्ज किया गया.
दिल्ली में क्या था एपिक सेंटर
दिल्ली और आसपास के इलाकों में 4.0 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों पर भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. ओपी मिश्रा ने कहा है कि भूकंप का केंद्र धौला कुआं के पास था, जहां पर साल 2007 में भी 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था. उस क्षेत्र में 1990 से भूकंप आ रहे हैं. वह भूकंपजन्य क्षेत्र है और वहां सावधानियां लेना जरूरी है.
भूकंप के झटकों से बिहार और बांग्लादेश में किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन स्थानीय लोगों में डर का माहौल देखा गया. भूकंप के बाद लोग सतर्कता बरतते हुए घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए. बता दें कि इससे पहले राजधानी दिल्ली में भी सुबह 5.37 बजे के करीब भूकंप आया था. झटके इतने तेज थे कि इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने घरों से बाहर निकल गए. पेड़ों पर बैठे पक्षी भी तेज आवाज के साथ इधर-उधर उड़ने लगे.
राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.0 मापी थी. इसका केंद्र जमीन से महज पांच किलोमीटर की गहराई पर, 28.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 77.16 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित था. भूकंप की कम गहराई और इसका केंद्र दिल्ली में होने के कारण, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में इसका अधिक प्रभाव महसूस किया गया. काफी समय बाद भूकंप का केंद्र दिल्ली में आया, जिससे यहां के लोगों को काफी देर तक झटके महसूस हुए.