Home देश सोने-चांदी में तगड़ी तेजी, अब लगाएं पैसा तो मुनाफा होगा या घाटा

सोने-चांदी में तगड़ी तेजी, अब लगाएं पैसा तो मुनाफा होगा या घाटा

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सोने और चांदी में तूफानी तेजी जारी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत $3,000 प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई है तो भारत में चांदी ₹1 लाख प्रति किलोग्राम मिल रही है. इन दोनों ही कीमती धातुओं में आई तेजी के पीछे कई आर्थिक कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें वैश्विक व्यापार तनाव, अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना और फेडरल रिजर्व की संभावित नीतिगत कार्रवाइयां शामिल हैं. सोने और चांदी के रिकार्ड स्‍तर पर पहुंच जाने के बाद अब हर निवेशक के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्‍या अब भी कमाई के लिए गोल्‍ड और सिल्‍वर में पैसा लगाना चाहिए?

तेजी के इस दौर में भी विशेषज्ञों का मानना है कि सोना महंगाई और आर्थिक अनिश्चितताओं के खिलाफ एक मजबूत कवच (Hedge) साबित होता आया है. हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव संभव हैं, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से सोने की कीमतों में मजबूती रहने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता. ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे ‘बाय ऑन डिप्स’ की रणनीति अपनाएं. बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा स्थिति में सोने और चांदी में निवेश को लेकर धैर्यपूर्वक निर्णय लेना चाहिए, जल्‍दबाजी करना नुकसानदायक हो सकता है.

क्यों बढ़ रहा है सोने-चांदी का रेट
सोने-चांदी की कीमतों में वृद्धि के कई कारण. Axis Mutual Fund के आंकड़ों के अनुसार, बीते पांच वर्षों में सोने की कीमतों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जिसका मुख्य कारण केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार तीसरे वर्ष 1,000 टन से अधिक सोने की खरीद है. वैश्विक अनिश्चितता और डालर की कीमत में गिरावट से भी सोना चढा है. डॉलर ने महामारी के बाद अपनी सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट दर्ज की है, जिससे सोने और चांदी की मांग बढ़ी है. अमेरिका और यूरोप के बीच नए व्यापारिक टैरिफ विवाद ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई है, जिससे निवेशक सोने की ओर आकर्षित हुए हैं. अमेरिका में महंगाई दर 2.8% तक गिरने से ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ी है, जिससे सोना और चांदी मजबूत हुए हैं. चीन में गोल्ड ईटीएफ और आभूषणों की खरीदारी बढ़ी है, जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला है.

चीनी अर्थव्यवस्था के सुधार के साथ ही सोने की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है. गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) में निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है, जबकि सोने के आभूषणों की मांग भी बनी हुई है. ये कारक सोने की कीमतों को और ऊपर ले जाने में सहायक हो सकते हैं, जिससे निवेशकों को और अधिक अवसर मिल सकते हैं.