अमेरिका से एक अच्छी खबर आई और भारत में मेटल इंडस्ट्री की जान में जान आ गई. शुक्रवार को बाजार की तेजी में सबसे ऊपर रहने वाले मेटल सेक्टर के लगभग सभी स्टॉक चमक उठे. टाटा स्टील, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू, और सेल (SAIL) जैसे शेयरों में जबरदस्त रैली देखने को मिली. खबर लिखे जाने तक निफ्टी का मेटल इंडेक्स 4.33 फीसदी के उछाल के साथ 8,188 के आसपास था. इसी समय टाटा स्टील में निफ्टी-फिफ्टी 487 अंक (2.18 परसेंट) बढ़कर 22,890 के आसपास ट्रेड हो रहा था.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को छोड़कर अन्य देशों पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों तक रोक दिया है. भारत अमेरिका को स्टील भेजता है, और अभी तक जो नेगेटिव खबरें आ रही थीं, उनसे कुछ राहत मिली है.
निफ्टी का मेटल इंडेक्स 5 मार्च 2025 को 4 फीसदी से अधिक उछला था. उसके बाद यह दूसरी बार है, जब इस सेक्टर में अच्छा उछाल आया है. टाटा स्टील के शेयरों में लगभग 6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 134 रुपये प्रति शेयर के आसपास ट्रेड हो रहा था. इसी तरह लॉयड मेटल्स एंड एनर्जी इस सेक्टर में सबसे ज्यादा उछाल पाने वाला शेयर रहा. यह लगभग 7 फीसदी तक उछला और 1,230 रुपये के आसपास ट्रेड होता देखा गया. सेल का शेयर आज 3.5 फीसदी उछाल के साथ 108.6 पर देखा गया. हिंडाल्को के शेयर में 5.86 प्रतिशत का उछाल आया और यह 597.5 रुपये पर ट्रेड होता देखा गया. जेएसडब्ल्यू स्टील का शेयर 4.74 फीसदी उछलकर इंड्राडे में 993.80 रुपये पर पहुंच गया.
क्यों है टाटा स्टील में इतनी तेजी?
मेटल इंडस्ट्री की बड़ी कंपनी टाटा स्टील में तेजी के दो कारण हैं. पहला तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ को टालना और दूसरा यह कि कंपनी नीदरलैंड्स में ट्रांसफॉरमेशनल प्लांट लगाने जा रही है. रेलीगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजीत मिश्रा के हवाले से मनीकंट्रोल ने छापा कि मेटल इंडस्ट्री में एक रिलीफ रिकवरी देखने को मिली है, जिसके चलते टाटा स्टील को भी लाभ हुआ है, इसके साथ ही कंपनी अपने नीदरलैंड्स ऑपरेशन्स में बड़े बदलाव कर रही है, जो इसके लिए एक अच्छी खबर है.
बता दें कि टाटा स्टील नीदरलैंड ऑपरेशन से लगभग 1,600 लोगों की छंटनी करने वाली है. यह छंटनी मैनेजमेंट और सपोर्ट फंक्शन स्टॉफ से होगी. बताया गया है कंपनी एफिशिएंसी को बढ़ाने और ग्रीन स्टील फ्यूचर को आगे बढ़ाने के नजरिए से ऐसा कर रही है.
टाटा स्टील के सीईओ और एमडी तथा टाटा स्टील नीदरलैंड के सुपरवाइजरी बोर्ड के चेयरमैन टी. वी. नरेंद्रन ने कहा, “यह बदलाव भविष्य की दिशा में एक आधार-पत्थर है… हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि टाटा स्टील नीदरलैंड यूरोप में सबसे कुशल स्टील निर्माताओं में से एक के रूप में अपनी स्थिति को फिर से हासिल करे और साथ ही स्थिरता की दिशा में निर्णायक कदम उठाए.”