पहलगाम टेरर अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ गई है. भारत कभी भी पाकिस्तान पर पलटवार कर सकता है. खुद पाकिस्तान के सूचना मंत्री तरार इसे लेकर घिघिया रहे हैं. पाकिस्तान से तनाव के बीच भारत ने अपनी ताकत बढ़ा ली है. जी हां, भारत को उन हथियारों की पहली खेफ मिल चुकी है, जिससे आतंकियों के होश फाख्ता हो जाएंगे. पाकिस्तान थर-थर कांपेगा. जी हां, उस हथियार का नाम है-एटी4 मिसाइल. यह एटी 4 वही मिसाइल है, जो रूस-यूक्रेन जंग में रूसी सैनिकों का काल बन चुकी है.
स्वीडिश कंपनी साब ने भारतीय सेना को AT4 एंटी-आर्मर हथियार प्रणाली की पहली खेप सौंप दी है. यह हल्का, पोर्टेबल, और घातक हथियार है. यह यूक्रेन युद्ध में रूसी टैंकों का काल साबित हुआ है. यह भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति में अहम भूमिका निभाएगा. साब के बिजनेस एरिया डायनामिक्स के प्रमुख गोरगेन जोहानसन ने कहा, ‘हमें गर्व है कि भारतीय सशस्त्र बल ने अपनी सिंगल-शॉट हथियार की जरूरत के लिए भी साब को चुना है. भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को इस बात का भरोसा हो सकता है कि उनके पास उन्हें बढ़त दिलाने के लिए आवश्यक मारक क्षमता है.’
भारत के लिए क्यों अहम यह हथियार?
भारत ने ऐसे वक्त में अपनी सैन्य क्षमता को और मजबूत किया है, जब सीमा पर पाकिस्तान संग तकरार बरकरार है. भारत पहलगाम टेरर अटैक के गुनहगारों और पनाहगारों को सजा देने की तैयारी में है. खौफजदा पाकिस्तान का कहना है कि अगले 24 से 36 घंटे में भारत कभी भी मिलिट्री एक्शन ले सकता है. पाकिस्तान के साथ तनाव का ताजा कारण कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है. इस टेरर अटैक में 26 लोगों की मौत हो गई. आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियों से मारा. इसे लेकर भारत में गुस्सा सातवें आसमान पर है. इस हमले के पीछे पाकिस्तान और लश्कर है. ऐसे में AT4 की डिलीवरी भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम है, खासकर कश्मीर जैसे क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए.