पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों हत्या की. इस हत्या की आग अभी शांत भी नहीं हुई थी कि आतंक के सौदागरों ने पुलवामा में नापाक इरादे दिखाने की हिमाकत की. लेकिन भारत माता के वीर सपूत, हमारी जांबाज सेना के सजग प्रहरी पल भर भी चूके नहीं. उन्होंने दुश्मनों की हर नापाक कोशिश को मिट्टी में मिला दिया. पुलवामा की धरती तीन आतंकवादियों – आसिफ अहमद शेख, अमीर नज़ीर वानी और यावर अहमद भट्ट के खून से लाल हो गई. ये सभी जैश-ए-मोहम्मद के नापाक मंसूबों को लेकर आए थे.
पुलवामा के बाद शोपियां में भी आतंकियों ने नापाक हरकत को अंजाम देने की कोशिश की. लेकिन, हमारे वीर जवानों ने एक और साहसिक कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन केलर’ के तहत तीन और आतंकवादियों को मार गिराया है. यह कार्रवाई आतंकवादियों के मंसूबों को करारा झटका है और शांति की दिशा में एक और मजबूत कदम है. आइए जानते हैं सभी आतंकियों की कुंडली.
क्या है ऑपरेशन केलर?
ऑपरेशन केलर एक कोडनेम है जो भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए एक विशिष्ट आतंकवाद विरोधी अभियान को दिया गया था. यह नाम किसी विशेष रणनीति या स्थायी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह उस विशेष ऑपरेशन की पहचान करने के लिए इस्तेमाल किया गया था जो 13 मई 2025 को शोपियां के केलर इलाके में चलाया गया था.
इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य उस क्षेत्र में छिपे हुए आतंकवादियों को निशाना बनाना था. खुफिया जानकारी के आधार पर, राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू और कश्मीर पुलिस और CRPF की एक संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया
पुलवामा में मारे गए आतंकि आसिफ अहमद शेख, अमीर नजीर वानी, और यावर अहमद भट्ट तीनों ही पुलवामा जिले के रहने वाले थे. तीनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) नामक आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए थे.