रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों के लिए बहुत काम की खबर आई है. अगर आप या आपके परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी है, जो नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के तहत रिटायर हुआ है, तो ये खबर आपके लिए खुशखबरी है. जैसा कि आप जानते ही हैं कि केंद्र सरकार ने एक नई स्कीम शुरू की है, जिसका नाम है यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS). इस स्कीम के तहत कुछ खास फायदे मिलते हैं. NPS में रिटायर होने वालों को इस बात का मलाल न रहे कि वे फायदे उन्हें मिले, इसलिए उन्हें भी UPS में मिलने वाले कुछ फायदे मिल सकते हैं. कैसे और क्या फायदे होंगे? चलिए समझते हैं.
मान लो, आप एक सरकारी कर्मचारी हैं और 31 मार्च 2025 को, या उससे पहले रिटायर हो चुके हैं. अगर आपने कम से कम 10 साल तक नौकरी की है और NPS के तहत पेंशन ले रहे हैं, तो आप या आपकी पत्नी/पति इस नई UPS स्कीम के तहत कुछ अतिरिक्त फायदे ले सकते हैं. ये फायदे NPS से मिलने वाली पेंशन के ऊपर होंगे, यानी आपकी जेब में और पैसे आएंगे!
दो तरह के फायदे मिलेंगे, लेकिन तारीख मत भूलना
सरकार का कहना है कि अगर आप UPS चुनते हैं, तो आपको दो तरह के फायदे मिलेंगे. पहला- एक बार में मोटी रकम मिलेगी, जो आपकी आखिरी सैलरी (बेसिक पे + महंगाई भत्ता) का दसवां हिस्सा होगी. ये रकम हर छह महीने की नौकरी के लिए दी जाएगी. दूसरा- हर महीने आपको एक अतिरिक्त रकम मिलेगी, जो आपकी UPS पेंशन और महंगाई राहत (DR) को देखकर कैलकुलेट की जाएगी. इसमें से NPS की पेंशन का हिस्सा निकाल लिया जाएगा, ताकि आपको सही फायदा मिले.
क्या सच में फायदा होगा
UPS स्कीम जनवरी 2025 में शुरू हुई थी. इसके तहत सरकार ने वादा किया है कि अगर आप 25 साल तक नौकरी करते हैं, तो आपको रिटायरमेंट के पहले के 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% हिस्सा पेंशन के तौर पर मिलेगा. ये पेंशन NPS की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि NPS में पेंशन मार्केट के रिटर्न पर डिपेंड करती है. यानी, UPS में आपको गारंटी के साथ पेंशन मिलेगी. सरकार ने ये भी कहा है कि करीब 23 लाख सरकारी कर्मचारियों को NPS और UPS में से एक चुनने का मौका है. NPS तो आप जानते ही हैं, जो 1 जनवरी 2004 से शुरू हुआ था. अब अगर आप UPS चुनते हैं, तो आपको ज्यादा फायदा हो सकता है.
तो बात सीधी है. अगर आप रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं, या आपके परिवार में कोई ऐसा है, तो इस स्कीम को समझ लीजिए. अपने कागजात तैयार कर लीजिए, और 30 जून 2025 से पहले क्लेम कर दीजिए. अगर कुछ समझ में न आए तो अपने ऑफिस या पेंशन डिपार्टमेंट से बात कर लेना बेहतर रहेगा. किसी एक्सपर्ट से भी बात कर सकते हैं. ये मौका आपके रिटायरमेंट को और अधिक आरामदायक बना सकता है.
NPS vs UPS में से क्या बेहतर?
मान लो, आप एक सरकारी कर्मचारी हैं. 31 मार्च 2025 को रिटायर हुए. आपकी आखिरी बेसिक सैलरी थी 50,000 रुपये प्रति महीना और महंगाई भत्ता (DA) था 50% (यानी 25,000 रुपये). तो आपकी टोटल सैलरी (बेसिक + DA) हुई 75,000 रुपये. आपने 25 साल की नौकरी पूरी की है और NPS के तहत पेंशन ले रहे हैं. अब हम देखते कि NPS और UPS में आपको क्या-क्या मिलेगा.
पहले बात करते हैं NPS की. NPS में आपकी पेंशन इस बात पर निर्भर करती है कि आपने और सरकार ने आपके NPS अकाउंट में कितना पैसा डाला और उसका मार्केट में रिटर्न कैसा रहा. मान लो, आपके NPS अकाउंट में 25 साल की नौकरी के बाद 50 लाख रुपये जमा हो गए. अब इस पैसे का 40% हिस्सा (यानी 20 लाख रुपये) आपको अनिवार्य रूप से एन्युटी (Annuity) खरीदने के लिए लगाना पड़ता है. ये एन्युटी आपको हर महीने पेंशन देगी. मान लो, एन्युटी का रिटर्न रेट 6% सालाना है. तो 20 लाख रुपये की एन्युटी से आपको हर साल 1,20,000 रुपये (20 लाख × 6%) मिलेंगे, यानी हर महीने करीब 10,000 रुपये. बाकी 60% राशि (30 लाख रुपये) आपको एकमुश्त मिल सकती है. लेकिन ध्यान दें, NPS की पेंशन मार्केट के रिटर्न पर निर्भर करती है, तो इसमें गारंटी नहीं कि आपको हर महीने कितना मिलेगा. अगर मार्केट डाउन हो गया, तो रिटर्न कम हो सकता है.
अब ये भी जान लीजिए कि अगर आपको पहले से मिलने वाली पेंशन में कोई कमी रह गई हो, तो उसका बकाया भी मिलेगा. और हां, इस बकाये पर आपको PPF की ब्याज दर के हिसाब से साधारण ब्याज भी दिया जाएगा. लेकिन ध्यान दीजिएगा, ये फायदे लेने के लिए आपको या आपके पति/पत्नी को 30 जून 2025 तक क्लेम करना होगा. कुल मिलाकर 1 महीना है आपके पास. समय निकल गया, तो मौका हाथ से चला जाएगा.
UPS स्कीम जनवरी 2025 में शुरू हुई थी. इसके तहत सरकार ने वादा किया है कि अगर आप 25 साल तक नौकरी करते हैं, तो आपको रिटायरमेंट के पहले के 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% हिस्सा पेंशन के तौर पर मिलेगा. ये पेंशन NPS की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है, क्योंकि NPS में पेंशन मार्केट के रिटर्न पर डिपेंड करती है. यानी, UPS में आपको गारंटी के साथ पेंशन मिलेगी. सरकार ने ये भी कहा है कि करीब 23 लाख सरकारी कर्मचारियों को NPS और UPS में से एक चुनने का मौका है. NPS तो आप जानते ही हैं, जो 1 जनवरी 2004 से शुरू हुआ था. अब अगर आप UPS चुनते हैं, तो आपको ज्यादा फायदा हो सकता है.
तो बात सीधी है. अगर आप रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी हैं, या आपके परिवार में कोई ऐसा है, तो इस स्कीम को समझ लीजिए. अपने कागजात तैयार कर लीजिए, और 30 जून 2025 से पहले क्लेम कर दीजिए. अगर कुछ समझ में न आए तो अपने ऑफिस या पेंशन डिपार्टमेंट से बात कर लेना बेहतर रहेगा. किसी एक्सपर्ट से भी बात कर सकते हैं. ये मौका आपके रिटायरमेंट को और अधिक आरामदायक बना सकता है.
NPS vs UPS में से क्या बेहतर?
मान लो, आप एक सरकारी कर्मचारी हैं. 31 मार्च 2025 को रिटायर हुए. आपकी आखिरी बेसिक सैलरी थी 50,000 रुपये प्रति महीना और महंगाई भत्ता (DA) था 50% (यानी 25,000 रुपये). तो आपकी टोटल सैलरी (बेसिक + DA) हुई 75,000 रुपये. आपने 25 साल की नौकरी पूरी की है और NPS के तहत पेंशन ले रहे हैं. अब हम देखते कि NPS और UPS में आपको क्या-क्या मिलेगा.
पहले बात करते हैं NPS की. NPS में आपकी पेंशन इस बात पर निर्भर करती है कि आपने और सरकार ने आपके NPS अकाउंट में कितना पैसा डाला और उसका मार्केट में रिटर्न कैसा रहा. मान लो, आपके NPS अकाउंट में 25 साल की नौकरी के बाद 50 लाख रुपये जमा हो गए. अब इस पैसे का 40% हिस्सा (यानी 20 लाख रुपये) आपको अनिवार्य रूप से एन्युटी (Annuity) खरीदने के लिए लगाना पड़ता है. ये एन्युटी आपको हर महीने पेंशन देगी. मान लो, एन्युटी का रिटर्न रेट 6% सालाना है. तो 20 लाख रुपये की एन्युटी से आपको हर साल 1,20,000 रुपये (20 लाख × 6%) मिलेंगे, यानी हर महीने करीब 10,000 रुपये. बाकी 60% राशि (30 लाख रुपये) आपको एकमुश्त मिल सकती है. लेकिन ध्यान दें, NPS की पेंशन मार्केट के रिटर्न पर निर्भर करती है, तो इसमें गारंटी नहीं कि आपको हर महीने कितना मिलेगा. अगर मार्केट डाउन हो गया, तो रिटर्न कम हो सकता है.
अब आते हैं यूनिफाइड पेंशन स्कीम पर. UPS के तहत आपको गारंटीड पेंशन मिलती है. अगर आपने 25 साल की नौकरी की है, तो आपको रिटायरमेंट से पहले के 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी का 50% पेंशन के तौर पर मिलेगा. आपकी आखिरी बेसिक सैलरी 50,000 रुपये थी. मान लो, पिछले 12 महीनों की औसत बेसिक सैलरी भी 50,000 रुपये ही है. तो UPS में आपको 50% यानी 25,000 रुपये हर महीने पेंशन मिलेगी. इसके अलावा, आपको महंगाई राहत (Dearness Relief) भी मिलेगी, जो समय-समय पर बढ़ती रहती है. अभी DR 50% है, तो आपकी पेंशन बढ़कर 37,500 रुपये प्रति महीने हो जाएगी (25,000 + 50% DR). ये पेंशन गारंटीड है, यानी मार्केट के उतार-चढ़ाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
UPS के कुछ अतिरिक्त फायदे भी हैं. अगर आपने 10 साल या उससे ज्यादा नौकरी की है और 31 मार्च 2025 से पहले रिटायर हुए हैं, तो आपको एकमुश्त रकम भी मिलेगी. ये रकम आपकी आखिरी सैलरी (बेसिक + DA) का दसवां हिस्सा होगी, जो हर छह महीने की नौकरी के लिए दी जाएगी. हमारे उदाहरण में, आपकी आखिरी सैलरी (50,000 + 25,000 = 75,000 रुपये) थी. इसका दसवां हिस्सा है 7,500 रुपये. 25 साल की नौकरी में छह महीने के 50 पीरियड बनते हैं. तो आपको 7,500 × 50 = 3,75,000 रुपये एकमुश्त मिलेंगे. साथ ही, आपको हर महीने एक टॉप-अप राशि मिलेगी. ये टॉप-अप राशि इस तरह निकाली जाती है- आपकी UPS पेंशन (37,500 रुपये) में से NPS की एन्युटी पेंशन (10,000 रुपये) घटाई जाएगी. यानी 37,500 – 10,000 = 27,500 रुपये हर महीने अतिरिक्त मिलेंगे.