यूक्रेन ने इस बार रूस के ‘गर्दन’ पर वार किया है. यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने 4:44 बजे तड़के एक खास ऑपरेशन के तहत क्राइमिया ब्रिज को तीसरी बार निशाना बनाते हुए जबरदस्त धमाका किया, जिससे यह पुल अब क्रिटिकल कंडीशन में पहुंच गया है. खास बात यह है कि इस बार हमला समुद्र के अंदर से किया गया, जिसे यूक्रेन ने महीनों की तैयारी वाला मिशन बताया है. समंदर में बना 19 किलोमीटर लंबा यह पुल रूस को क्राइमिया से जोड़ता है.
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह ऑपरेशन कई महीनों तक योजना और निगरानी के बाद अंजाम दिया गया. @DefenceU के आधिकारिक पोस्ट के अनुसार, एसबीयू एजेंट्स ने पुल की अंडरवाटर सपोर्ट पिलर्स में विस्फोटक लगाए, जिन्हें आज सुबह 4:44 बजे डिटोनेट किया गया. विस्फोट में करीब 1,100 किलो TNT के बराबर विस्फोटक इस्तेमाल किए गए, जिससे पुल की नींव को समुद्र तल से गहरी चोट पहुंची है.
रणनीतिक महत्व क्या है?
क्राइमिया ब्रिज, जिसे केर्च ब्रिज भी कहा जाता है, रूस और कब्जा किए गए क्राइमिया प्रायद्वीप के बीच एकमात्र स्थलीय कनेक्शन है. यह पुल न केवल रूस की सैन्य आपूर्ति लाइफलाइन है, बल्कि इसका निर्माण रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक राजनीतिक उपलब्धि माना जाता है. यूक्रेन पहले भी इस पुल पर दो बार हमला कर चुका है. पहली बार अक्टूबर 2022 में और फिर जुलाई 2023 में. लेकिन यह तीसरा हमला अब तक का सबसे जटिल और गहरा माना जा रहा है क्योंकि यह समुद्र के भीतर से किया गया है और पुल की बुनियादी संरचना को नुकसान पहुंचाया गया है.
रूस की प्रतिक्रिया?
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने यह स्पष्ट किया है कि इस ऑपरेशन में किसी भी आम नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ. उनका कहना है कि यह हमला सिर्फ सैन्य और अवैध संरचना पर केंद्रित था, जिसका मकसद रूस की आपूर्ति श्रृंखला को बाधित करना है. हालांकि रूस की ओर से अभी तक इस हमले पर कोई विस्तृत आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन स्थानीय रूसी मीडिया और टेलीग्राम चैनलों पर अफरा-तफरी और ट्रैफिक ब्लॉकेज की खबरें आ रही हैं. यह संकेत हैं कि रूस फिर एक बार रणनीतिक रूप से चौंका है.