अमीरी और गरीबी, दुनिया में सदियों से चली आ रही है. दुनियाभर में सरकारों के तमाम प्रयासों के बाद भी गरीबी मिट नहीं रही है. पिछले 3 साल में तो गरीब और बढ़े हैं जबकि अमीरों की दौलत दोगुना हो गई है. ऑक्सफैम रिपोर्ट ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है. ऐसे में गरीबों और अमीरों के बीच आर्थिक असमानता की खाई बढ़ती जा रही है.
इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 5 सबसे अमीर शख्स, जिनमें एलन मस्क, बर्नार्ड अरनॉल्ट, जेफ बेजोस, लैरी एलिसन और मार्क जुकरबर्ग ने 2020 के बाद से इनकी संपत्ति दोगुनी होकर 869 बिलियन डॉलर हो गई है. हालांकि, इसी अवधि के भीतर दुनिया में 5 अरब लोग और गरीब हो गए हैं.
आने वाला दशक अमीरों के नाम
रिपोर्ट में यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर अमीर और गरीबों के बीच यह आर्थिक असमानता और मौजूदा रुझान जारी रहा तो अगले 229 वर्षों तक विश्व से गरीबी खत्म नहीं होगी. ऑक्सफैम की रिपोर्ट में बताया गया है कि आगे भी अमीर और गरीब के बीच अंतर बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही अगले 10 वर्षों दुनिया को पहला खरबपति उद्योगपति मिल जाएगा.
80 करोड़ मजदूरों की आय घटी
52 देशों में, लगभग 80 करोड़ श्रमिकों की औसत वास्तविक मजदूरी में गिरावट आई है. इन श्रमिकों को पिछले 2 वर्षों में संयुक्त रूप से 1.5 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है. ऑक्सफैम ने कहा कि लेटेस्ट Gini Index, जो असमानता को मापता है, इससे पता चला है कि वैश्विक आय असमानता के मामले में दक्षिण अफ्रीका दुनिया में सबसे अधिक आर्थिक असमानता वाला देश है