छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए आखिरकार राजीव युवा मितान क्लब को बंद कर दिया है. सरकार का आरोप है कि राजीव युवा मितान क्लब के बहाने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को उपकृत किया जा रहा था. खेलकूद और युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने बयान देते हुए बताया कि कांग्रेस सरकार द्वारा अपने लोगों को लाभ देने के लिए योजना बनाई गई थी. इसका लाभ युवाओं को नहीं मिला रहा था, इसलिए इसे योजना को बंद करने का फैसला लिया गया है.
भाजपा ने विपक्ष में रहते योजना में भ्रष्टाचार का मुद्दा खूब उठाया. भाजपा की सरकार बनते ही राजीव युवा मितान क्लब के खाते को सील कर दिया गया. इस योजना से पिछले 3 साल में 132 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की गई थी, जिसकी भी जांच के आदेश शासन ने विभाग को दे दिए.
भ्रष्टाचार पर जांच हुई शुरू
इधर, राजीव युवा मितान क्लबों के नाम पर खर्च की गई राशि की उपयोगिता की जांच की जा रही है. विभागीय जानकारी के अनुसार सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के नाम पर बिना आयोजन के भी फर्जी रिपोर्ट प्रस्तुत कर पैसे निकालने की शिकायतें थी. कलेक्टरों को क्लबों के संचालकों की रिपोर्ट मंगाई गई है. जांच में पूरा मामला खुला ओट राशि के बंदरबांट का पूरा खेल सामने आएगा.
ऐसे समझें युवा मितान क्लब की स्थिति
- जनवरी 2020 को राज्य युवा महोत्सव पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजना का ऐलान किया
- योजना का शुभारंभ 18 सितंबर 2021 को हुआ
- 2 सालों में राज्य के गांवों में 13,242 से अधिक क्लब बनाए गए
- प्रत्येक क्लब में 20 से 40 युवा थे
- प्रत्येक क्लब को तीन महीने में 25 हजार रुपये का अनुदान का प्रविधान था
- इस तरह हर साल क्लब को एक लाख रुपये मिलते थे
- सरकार का आरोप, राजीव युवा मितान क्लब के बहाने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को उपकृत किया जा रहा था