इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते वक्त कई बार दिक्कत तब आती है जब आपके वार्षिक सूचना विवरण यानी एआईएस (Annual Information Statement-AIS) में कोई गलत जानकारी दर्ज हो. ऐन वक्त पर एआईएस में गलत जानकारी को ठीक करवाना एक झंझट वाला काम बन जाता है. इसलिए हर टैक्सपेयर को अपनी एआईएस को आपको हर तिमाही पर चेक करना चाहिए. ऐसा करने से इसमें दर्ज किसी भी गलत जानकारी का पता समय रहते चल जाएगा. इससे आपको आईटीआर फाइल करने से पहले गलत दर्ज जानकारी को ठीक कराने के लिए काफी समय मिल जाएगा. एआईएस को आप ऑनलाइन जांच सकते हैं.
एक वित्त वर्ष में आयकरदाता जितने भी वित्तीय लेनदेन करता है, उन सभी का एआईएस में विस्तृत ब्योरा होता है. इनके अलावा इसमें आयकर अधिनियम,1961 के तहत सभी जरूरी जानकारियां भी होती हैं. एनुअल इनफॉर्मेशन स्टेटमेंट में ब्याज, डिविडेंड, शेयरों से जुढ़े लेनेदेन, म्यूचुअल फंड ट्रांजैक्शन और विदेशों से आयकरदाता के खाते में आई राशि का ब्यौरा होता है.