Home देश-विदेश समुद्री लुटेरों से घंटों लोहा लेते रहे इंडियन नेवी के जवान, ईरानी...

समुद्री लुटेरों से घंटों लोहा लेते रहे इंडियन नेवी के जवान, ईरानी शिप पर सवार 23 पाकिस्‍तानियों को बचाया

5

समुद्र में सभी देश सुरक्षित तरीके से आवाजाही कर सकें इसके लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) लगातार अभियान चला रही है. ‘ऑपरेशन संकल्‍प’ के जरिये इंड‍ियन नेवी कई बार समुद्री लुटेरों के मंसूबों पर पानी फेर चुकी है. अब एक बार फिर से ऐसा ही मामला सामने आया है. समुद्री लुटेरों ने ईरान की एक मछली पकड़ने वाली शिप को हाइजैक कर लिया था. इंडियन नेवी के पास इसको लेकर इमर्जेंसी कॉल आई. भारतीय नौसेना ने इस पर तत्‍काल कार्रवाई करते हुए ईरानी शिप को बचाने के लिए अरब सागर में अभियान छेड़ दिया. घंटों की मशक्‍कत के बाद इंडियन नेवी ने न केवल ईरानी पोत को लुटेरों के चंगुल से छुड़ाया, बल्कि चालक दल के 23 पाकिस्‍तानी सदस्‍यों को बचा लिया.

जानकारी के मुताबिक, ईरान की अल-कंबर 786 नाम की पोत अरब सागर में मछली पकड़ने गई थी. इसके चालक दलों में 23 पाकिस्‍तानी नागरिक थे. तभी अचानक से समुद्री लुटेरों ने हमला कर शिप को हाइजैक कर लिया. भारतीय नौसेना की कमान को इसकी सूचना मिली. इसके बाद अपहृत शिप को छुड़ाने की कोशिश तेज कर दी गई. इस अभियान में गश्‍ती पोत INS सुमेधा की भूमिका काफी अहम रही. INS सुमेधा की मदद से हाइजैक ईरानी शिप का पता लगाया गया. पोत को समुद्री तट से तकरीबन 167 किलोमीटर दूर लोकेट किया गया. अल-कंबर को समुद्री लुटेरों के चंगुल से छुड़ाने के लिए गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट INS त्रिशूल की भूमिक भी महत्‍वपूर्ण रही.

12 घंटों तक चलता रहा संघर्ष
ईरानी शिप को लोकेट करने के बाद उसे सुरक्षित छुड़ाने का अभियान चलाया गया. भारती नौसेना और समुद्री लुटेरों के बीच तकरीबन 12 घंटों तक संघर्ष चलता रहा. आखिरकार इंडियन नेवी के बहादुर जवानों ने लुटेरों को सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया. इसके बाद ईरानी शिप अल-कंबर को एस्‍कॉर्ट के साथ सुरक्षित क्षेत्र में छोड़ा गया. भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना गुरुवार की है. पाकिस्‍तान के सभी 23 नागरिक भी सुरक्षित हैं. बता दें कि इस क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए अक्‍सर ही विभिन्‍न पड़ोसी देश की शिप आती रहती हैं.

ऑपरेशन संकल्‍प
अदन की खाड़ी और हिन्‍द महासागर क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों में समुद्री डाकुओं का आतंक बढ़ा है. इससे अंतरराष्‍ट्रीय समुद्री व्‍यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. सोमालियाई समुद्री डाकू और हूती विद्रोहियों ने स्‍वेज नहर को बाधित कर रखा है. लगातार हमलों की वजह से समुद्री व्‍यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, लिहाजा कई जीचों की आपूर्ति भी बाधित हुई है. इसे देखते हुए भारतीय नौसेना ने अदन की खाड़ी, अरब सागर और हिन्‍द महासागर में ऑपरेशन संकल्‍प चलाया हुआ है. इसका मकसद समुद्रीय मार्ग को डाकुओं और हमलावरों से सुरक्षित कराना है. कुछ दिनों पहले ही इंडियन नेवी ने 35 सोमालियाई डाकुओं को मुंबई पुलिस के हवाल किया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here