- मैट्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी
- विभाग में इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग पर संगोष्ठी सम्पन्न
रायपुर (विश्व परिवार)। सार्वजनिक मंच पर अच्छा भाषण देने के लिए शब्दों के चयन के साथ-साथ आत्मविश्वास का होना भी जरूरी है। विद्यार्थियों को फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में अच्छा कैरियर बनाने के लिए इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग के गुर भी सीखने आवश्यक हैं। यह बातें मैट्स यूनिवर्सिटी, रायपुर के स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग में इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञों ने कहीं।
मैट्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमति परविंदर कौर ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और विषय विशेषज्ञ जेसीआई के श्री अंकित लूनिया और श्री लक्ष्य पारक थे। श्री पारक एवं श्री लूनिया ने इफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग के माध्यम से ऑडियंस को शब्दों के माध्यम से आकर्षित करने, दर्शकों का ध्यान भटकाए बिना विचारों को रोचक तरीके से व्यक्त करने के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि अच्छी बातचीत के सर्वोत्तम गुणों में प्रत्यक्षता, सहजता, मुखरता और चेहरे की अभिव्यक्ति शामिल है। अच्छा वक्ता बनने के लिए ऐसी बातें करनी चाहिए जो वास्तविकता से जोड़ती हो। उन्होंने विद्यार्थियों को आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ाने के गुर भी सिखाए। श्री अंकित लूनिया ने कहा कि अनेक अवसरों पर लोग या बच्चे घर में खूब बोलते हैं, लेकिन जब किसी मंच पर बोलने का अवसर आता है तो वे नर्वस हो जाते हैं। यह स्थिति आत्मविश्वास की कमी के कारण बनती है। उन्होंने कहा यदि अपनी पब्लिक स्पीकिंग स्किल्स को मजबूत करना है तो आत्मविश्वास को बढ़ाना होगा। आत्मविश्वास बढ़ाने के के लिए हमें महान वक्ताओं को सुनने, अपनी बॉडी लैंग्वेज पर फोकस करने, बोलने का अभ्यास और सांस नियंत्रित रखने, टॉकिंग पॉइंट्स तैयार करने, अपने दर्शकों/श्रोताओं को पहचानने, मंच पर बोलने का अभ्यास करने, अपना भाषण रिकॉर्ड कर सुनने और मित्रों से प्रतिक्रिया लेने के टिप्स दिये। उन्होंने भीड़ को अपने बातों से सम्मोहित करने की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, उपकलुपति डॉ. दीपिका ढांड, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा, डीन एकेडमिक डॉ. विजय भूषण नाग सहित मैट्स यूनिवर्सिटी के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।