लंबे इंतजार के बाद दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट के नए-नवेले टर्मिनल वन से 15 अप्रैल की रात 00:01 बजे से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू कर दिए गए. चूंकि रात में आईजीआई एयरपोर्ट से चुनिंदा डोमेस्टिक फ्लाइट का ही ऑपरेशन होता है, लिहाजा जैसे-तैसे काम चलता रहा. लेकिन, जैसे-जैसे सुबह हुई और पैसेंजर्स का दबाव बढ़ा, नए-नवेले टर्मिनल ने हांफना शुरू कर दिया.
टर्मिनल वन में बात चेक-इन सिस्टम की हो, या फिर बैगेज मेकअप एण्ड ब्रेकअप की हो, हर जगह हालात हायतौबा वाले हो गए थे. जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, हालात बद से बदतर होते चले गए. डिपार्चर टर्मिनल में बैगेज चेक काउंटर में लंबी कतारें लग गई, वहीं एराइवल टर्मिनल में पैसेंजर अपने बैगेज के इंतजार में घंटो खड़े रहे. दोपहर होते-होते हालात इस कदर बिगड़ गए कि डायल ऑफिसियल को लगने लगा कि हालात हाथ से बाहर निकल रहे हैं.
सिर्फ बैगेज तक सीमित नहीं थी यह आफत
लिहाजा, सोशल मीडिया में पोस्ट डालकर पैसेंजर्स को मानसिक तौर पर इस आपदा के लिए तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई. डायल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि टर्मिनल 1 पर बैगेज चेक-इन सिस्टम में समस्या आ रही है. इसे तुरंत ठीक करने के लिए ग्लोबल ओईएम को कहा गया है. हमारी टीमें और स्टेकहोल्डर्स इसे ठीक करने में जुटे हैं.