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कुलांचे भर रहा शेयर बाजार आगे भी दौड़ेगा या जाएगा हांफ? जान लीजिए, फायदे में रहेंगे

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भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) पिछले कुछ दिनों से नित नए कीर्तिमान स्‍थापित कर रहा है. पिछले कारोबारी सत्र यानी शुक्रवार को इंट्राडे में निफ्टी (Nifty-50) ने 21,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया. बीएसई सेंसेक्‍स (BSE Sensex) भी पीछे नहीं रहा और इसने भी अपना ऑल टाइम हाई 69,893.80 का स्‍तर छुआ. बाद में यह 303.91 अंकों की बढ़त के साथ 69,825.60 के स्‍तर पर बंद हुआ. तेजी पर सवार बाजार कुछ निवेशकों को अब डरा रहा है. उनको लगता है कि बाजार बड़ी रैली के बाद फिर गिरेगा. लेकिन, बहुत से बाजार जानकारों का मानना है कि इस बार फिलहाल शेयर बाजार में करेक्‍शन आने की संभावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही है.

मनीकंट्रोलकी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चार ऐसे कारण हैं, जिनकी वजह से बाजार में आगे भी तेजी रहने की पूरी संभावना है. निवेशकों को बड़ी गिरावट आने की आशंका को फिलहाल अपने मन से निकाल देना चाहिए. अगर इस चिंता की वजह से आप तेजी की सवारी नहीं करते हैं तो आप पैसा नहीं कमा सकते. तो आइए हम उन कारणों को जानते हैं, जो बाजार को सहारा देंगे और उसकी गति को बरकरार रखेंगे.
नीतियों में निरंतरता
इस सप्ताह शेयर बाजार में आई तेजी के पीछे मुख्य वजह बीजेपी की 3 राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली बड़ी जीत है. ये नतीजे बाजार की उम्‍मीदों से भी बेहतर रहे हैं. बीजेपी के पक्ष में आए नतीजों ने बाजार का यह नजरिए मजबूत किया है की पार्टी आगे लोकसभा चुनाव में भी जीत हासिल करने की स्थिति में है. बाजार को भरोसा है कि मौजूदा सरकार मुश्किल भू-राजनीतिक स्थितियों से चतुराई से निपटने में सक्षम रही है. राजकोषीय स्थिति को काबू में रखने हुए भारत की ग्रोथ को बनाए रखा है. विधानसभा नतीजों से निवेशकों का सेंटीमेंट बेहतर हुआ है. यह सेंटीमेंट बाजार को संभाले रखने में बहुत सहायक होगा.

अर्निंग में बढ़ोतरी की आस
शेयरों में तेजी का सबसे बड़ा कारण कंपनियों के वित्तीय नतीजे होते हैं. भारत की बढ़ती प्रति व्यक्ति आय के साथ कंपनियों की अर्निंग में भी इजाफा होने की आस हर किसी को है. मॉर्गन स्टेनली के रिधम देसाई ने पिछल दिनों मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि अर्निंग में 5 चीजें अहम होती हैं- अर्थव्यवस्था में निवेश की दर, गवर्नमेंट डेफिसिट, घरेलू बचत, व्यापार व चालू खाता घाटा और लाभांश. इनमें से 4 चीजें भारत में पॉजिटिव हैं. इससे पता चलता है कि अर्निंग्स में बढ़ोतरी जारी रहने वाली है.

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