भारत अब रूस के बाद वेनेजुएला से भी कच्चा तेल खरीदने को तैयार है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि भारतीय रिफाइनरियां लैटिन अमेरिकी देश के भारी तेल की प्रोसेसिंग करने में सक्षम हैं. हरदीप पुरी ने बताया कि भारत हर उस देश से तेल का आयात करना चाहता है जो किसी प्रतिबंध के अंतर्गत नहीं आते हैं.
भारत सरकार ने वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदने की इच्छा ऐसे समय पर जाहिर की है जब अक्टूबर महीने में अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल पर लगे प्रतिबंधों में ढील देने का घोषणा की थी. ये प्रतिबंध साल 2018 में वेनेजुएला की मदुरो सरकार के दोबारा चुने जाने के बाद दंडित करने के लिए लगाए गए थे. लेकिन अक्टूबर में वेनेजुएला सरकार और विपक्षी दलों के बीच समझौते के बाद अमेरिका ने इन प्रतिबंधों को खत्म कर दिया. प्रतिबंध लगने से पहले वेनेजुएला भारत का पांचवां सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था.
हमारी रिफाइनरी करेंगी तेल को प्रोसेस
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा, “भारत वेनेजुएला से कच्चा तेल खरीदेगा. हमारी कई रिफाइनरी वहां के भारी तेल को प्रोसेस करने में सक्षम हैं. हम ऐसे किसी भी जगह से तेल आयात शुरू करने का मन बना रहे हैं जो प्रतिबंधित नहीं हैं.” पुरी ने कहा, “हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हम हर दिन 50 लाख बैरल कच्चे तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह मात्रा हर दिन बढ़ रही है. ऐसे में यदि वेनेजुएला का तेल भारतीय बाजार में आता है तो हम उसका स्वागत करेंगे.”
भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है जिसने अपने ऊर्जा परिदृश्य को नया रूप देने के लिए एक रणनीतिक यात्रा शुरू की है. भारत विदेशी तेल पर बहुत अधिक निर्भर है. वो अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत से अधिक आयात करता है. भारत का लक्ष्य अपने कच्चे तेल के आयात बिल को कम करना और अपनी रिफाइनिंग क्षमताओं को बढ़ाना है.