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नामी कंपनी में जॉब मिलते ही खुश हो गई लड़की, फिर मिल गया इतना काम, 4 माह में ही चली गई जान, मां ने बताया दर्द

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अर्न्स्ट एंड यंग की पुणे यूनिट (EY पुणे) में काम करने वाली 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) एन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई. उसके परिवार ने इस कंपनी पर अपनी बेटी को मौत की कगार पर पहुंचाने का आरोप लगाया है. एन्ना की मां अनीता ऑगस्टीन ने आरोप लगाया कि कंपनी ने उन पर ‘बहुत ज़्यादा काम का बोझ डाल दिया था’, जिसके चलते उनकी बेटी ने जान गंवा दी.

यह कंपनी दुनिया की चार सबसे बड़ी अकाउंटिंग फ़र्म में से एक है. ऑगस्टीन ने कंपनी की भारत यूनिट के प्रमुख राजीव मेमानी को एक ईमेल लिखा है, जिसमें उन्होंने ‘ज़्यादा काम को महिमामंडित करने’ के लिए फ़र्म की निंदा की और आरोप लगाया कि कंपनी के मानवाधिकार मूल्य उन चीजों के बिल्कुल उलट है, जो उनकी बेटी को झेलनी पड़ी.

एन्ना ने 2023 में सीए की परीक्षा पास की थी और मार्च 2024 में EY पुणे में नौकरी शुरू की. चूंकि यह उनकी पहली नौकरी थी, इसलिए उन्होंने ‘उम्मीदों को पूरा करने के लिए जीतोड़ मेहनत की’, लेकिन इस कोशिश ने उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भारी असर डाला. उसकी मां के अनुसार, ‘जॉइन करने के तुरंत बाद ही उसे चिंता और तनाव की वजह से नींद न आने की शिकायत होने लगी. लेकिन उसने कड़ी मेहनत को ही सफलता का रास्ता मानते हुए उसने खुद को आगे बढ़ाना जारी रखा.

‘काम के भारी बोझ के कारण कई कर्मचारियों ने छोड़ दी नौकरी’
पेरायिल की मां ने दावा किया कि चूंकि कई ‘कर्मचारियों ने काम के भारी बोझ के कारण इस्तीफा दे दिया,’ इसलिए उसकी बेटी के बॉस ने उसका काम और बढ़ा दिया. ऑगस्टीन ने कहा, ‘उसका मैनेजर अक्सर क्रिकेट मैचों के दौरान मीटिंग्स को फिर से शेड्यूल कर देता था और दिन के अंत में उसे काम सौंप देता था, जिससे उसका तनाव बढ़ जाता. एक ऑफिस पार्टी में, एक सीनियर अधिकारी नेता ने मज़ाक में कहा भी था कि उसे अपने मैनेजर के नीचे काम करने में मुश्किल होगी, जो दुर्भाग्य से एक वास्तविकता बन गई
जिससे वह बच नहीं सकी.’

हमेशा थककर लौटती थी बेटी
उसने यह भी कहा कि उसकी बेटी ‘देर रात तक और यहां तक कि वीकेंड पर भी’ काम करती थी. उन्होंने अपनी बेटी की बिगड़ती हालत के बारे में बताया, ‘एन्ना पूरी तरह थककर अपने कमरे में लौटती थी, कभी-कभी तो बिना कपड़े बदले बिस्तर पर गिर जाती थी. वह अपना बेहतरीन प्रयास कर रही थी, डेडलाइन को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत कर रही थी. वह दिल से लड़ने वाली थीं, आसानी से हार मानने वाली नहीं थीं. हमने उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए कहा, लेकिन वह सीखना चाहती थीं और नया अनुभव हासिल करना चाहती थीं. हालांकि, यह अत्यधिक दबाव उनके लिए भी बहुत ही घातक साबित हुआ और एक दिन उसकी जान चली गई.’

एन्ना की मौत का सटीक कारण साफ नहीं है, लेकिन ईमेल में बताया गया है कि मौत से कुछ हफ्ते पहले, पेरायिल को ‘सीने में जकड़न’ की शिकायत थी. ‘हम उसे पुणे के अस्पताल ले गए. उसका ECG सामान्य था. हमने हार्ट स्पेशलिस्ट को भी दिखाया, जिन्होंने हमें बताया कि उसे पर्याप्त नींद नहीं मिल रही थी और वह बहुत देर से खाना खा रही थी.’ हालांकि इसके बाद 26 साल की एन्ना की 20 जुलाई को मृत्यु हो गई.

एन्ना की मौत और उनकी मां ऑगस्टीन की इस चिट्ठी पर कंपनी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. वहीं इस ईमेल से महिला की मौत के आसपास की सटीक परिस्थितियां भी स्पष्ट नहीं थीं.