वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में 1 फरवरी 2024 को आम बजट (Budget 2024-25) पेश करने के बाद आज Network18 के एमडी व ग्रुप एडिटर इन चीफ राहुल जोशी को दिए विशेष साक्षात्कार में बजट को लेकर सभी मुद्दों पर खुलकर जवाब दिए. वित्त मंत्री ने इंटरव्यू में इस राज से भी पर्दा उठाया कि चुनावी साल में उन्होंने क्यों एक लोक-लुभावन बजट पेश नहीं किया.
वित्त मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बजट को अंतरिम बजट की तरह और वोट ऑन अकाउंट की तरह ही बनाया. नरेंद्र मोदी सरकार पिछले दस वर्षों से नागरिकों को सशक्त बनाने में लगी है. जो जिस लाभ का हकदार है, उसे वो मिले, इसके पूरे प्रबंध किए हैं. बिचौलियों को दूर किया गया है. आज पीमए उज्जवला योजना, स्वनिधि योजना और पीएम मुद्रा योजना जैसी स्कीमों का लाभ सही हकदारों को मिल रहा है. आज आम आदमी सरकार की उपलब्धियां गिना रहा है. वित्त मंत्री ने कहा कि ये ही वो कारण है, जिसकी वजह से उन्होंने लोकलुभावन नहीं बल्कि विकास को गति देने वाला बजट पेश किया.
सेक्यूलेरिज्म इन एक्शन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आम आदमी की भलाई के लिए काम कर रही है. सरकार जाति-धर्म का भेद किए बिना जनता की सेवा में लगी है और लोगों को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है. यही वजह है की सरकारी योजनाओं का लाभ सभी धर्मों के लोगों तक पहुंचा है. यह ‘सेक्यूलेरिज्म इन एक्शन’ का एक बेहतरीन उदाहरण है.
वित्त मंत्री नेटवर्क 18 से खास बातचीत में कहा कि यह सरकार आम आदमी की चिंता करती है और इसे लोगों ने समझा है. जमीनी स्तर पर लोग सरकार की योजनाओं की बात कर रहे हैं. यह सबके लिए हैं. पीएम का विजन आम आदमी की दिल से और मन से मदद करने की है.