मोदी सरकार की ओर से 1 फरवरी 2024 को संसद में अंतरिम बजट पेश किया गया था. फिलहाल संसद का बजट सत्र चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संसद में चल रही बहस में हिस्सा लिया. उन्होंने कई मसलों पर सरकार के तकरीबन 10 साल के कार्यकाल का जिक्र करते हुए अब कि किए काम के बारे में भी बताया. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि हम कहते हैं वंदे भारत, वो कहते हैं कैंसल. हम कहते हैं नई संसद भवन, वे कहते हैं कैंसल. उन्होंने आगे कहा कि ये सब मोदी की उपलब्धियां नहीं हैं. ये सब देश की उपलब्धि है. पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला जारी रखते हुए कहा कि मेरा विरोध करने के चक्कर में आप देश की उपलब्ध्यिों को दरकिनार कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके साथ ही लगातार तीसरी बार सत्ता में आने के बाद किए जाने वाले काम के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में उनकी सरकार देश के लिए 1000 साल के विकास और खुशहाली की नींव रखी जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैंने लालकिला से कहा था कि मैं अगले 1000 वर्षों में देश को खुशहाली के मामलों में शिखर पर देखना चाहता हूं. तीसरे कार्यकाल में अगले 1000 वर्षों के आधार की नींव रखी जाएगी. मुझे भारतीयों और देश पर पूरा भरोसा है. मुझे देश के 140 करोड़ नागरिकों पर पूरा विश्वास है.’ पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि नेहरू-गांधी परिवार ने भारतीयों की राष्ट्रीय क्षमता और उद्यमिता को कमतर किया है. भारत को कांग्रेस की मानसिकता का खामियाजा भुगतना पड़ा है. पीएम का कहना था कि कांग्रेस ने अपनी सोच की वजह से देश लोगों की क्षमता पर कभी विश्वास ही नहीं किया.
‘कांग्रेस खुद को मानती थी शासक’
संसद में बहस में हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करना जारी रखा. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस खुद को शासक मानती थी, जबकि जनता को तुच्छ मानती थी. पंडित जवाहरलाल नेहरू के बयान का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वह देश की जनता को आलसी और कम प्रतिभाशाली मानते थे. इस दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी के नाम का भी उल्लेख किया. साथ ही कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विचार भी जवाहरलाल नेहरू से अलग नहीं था.