उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी स्टेशनों से यात्रा करने वाले रेलयात्रियों के लिए ये साल बेहद मुश्किलों भरा रहा है. इस साल लगातार ट्रेनों के रद्द होने का सिलसिला जारी है. हाल ही के दिनों में लगभग 70 रेलों को रद्द कर दिया गया है. इन रेलों के रद्द होने की वजह रेलवे में हो रहे आमूलचूल परिवर्तन हैं. लेकिन इसके कारण लाखों रेल यात्रियों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जारी है. रेलवे हाल ही में 4 दिन पहले ही उत्तर पश्चिम जोन में 52 ट्रेनों को रद्द किया था. उसके बाद अब एक बार फिर से 16 ट्रेनों को रद्द करने का फरमान जारी कर दिया गया है.
दरअसल अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के सभी रेलवे जोन में भारी बदलाव किए जा रहे हैं. संसाधनों को आधुनिक बनाया जा रहा है. इसके चलते ट्रेनों को बार बार रद्द करना पड़ रहा है. इस बार 16 ट्रेनों को रद्द करने का कारण है पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मंडल पर रामगंज मंडी-भोपाल रेलखण्ड के बीच स्थित संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर किया जा रहा नॉन इण्टलॉकिंग कार्य.
कुछ ट्रेनें तो केवल एक दिन के लिए रद्द की है
हालांकि ये काम दूसरे रेलवे जोन में चल रहा है लेकिन इसका असर NWR में नजर आ रहा है. हालांकि काम की स्पीड बेहद तेज है और रद्दीकरण महज कुछ दिनों के लिए ही किया जा रहा है. लेकिन इससे यात्रियों की मुसिबतें लगातार बढ़ती जा रही है. 16 रेलों का रद्दीकरण भी 28 दिसंबर से लेकर 2 जनवरी के बीच किया गया है. कुछ ट्रेनें तो केवल एक दिन के लिए रद्द की जा रही है लेकिन कुछ रेलों का रद्दीकरण 2 से 3 दिनों का है.
अब तक तकरीबन 400 रेलों को रद्द किया जा चुका है
ट्रेनों के लगातार रद्द होने के कारण लाखों यात्रियों की कंफर्म टिकटें रद्द की जा रही है और रेलवे उनका पैसा वापस लौटा रहा है. ये मुश्किलें फिलहाल आने वाले समय में भी कम नहीं होने वाली बल्कि दो सालों तक ये रद्दीकरण जारी रह सकता है. क्योंकि ना केवल NWR बल्कि सभी 17 रेलवे जोन में तब्दीली का काम जारी है. इस साल अगर सिर्फ NWR