यह बात सही है कि निवेश और बचत जितनी जल्दी शुरू की जाए, उतना ही बेहतर होता है और फायदा भी ज्यादा मिलता है. लेकिन, जिंदगी की जिम्मेदारियों को पूरा करने और लोन वगैरह चुकाने में फंसकर रह गए और सेविंग नहीं कर सके. ऊपर से रिटायरमेंट भी सिर पर आ गया है तो अब कहां पैसा लगाएं जिससे फटाफट आपके खाते में एक मोटा फंड जमा हो जाए.
निवेश सलाहकार बलवंत जैन बताते हैं कि रिटायरमेंट की प्लानिंग भी कई बार खर्चों और जिम्मेदारी की वजह से नहीं हो पाती और आप देखते ही देखते 50 की उम्र पार कर जाते हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा ही हुआ है और अभी तक रिटायरमेंट के लिए पैसे नहीं जोड़ सके हैं तो निवेश की अलग रणनीति बनाकर मोटा फंड जुटा सकते हैं. इसके लिए जरूरी है कि आपकी देनदारियां कम हों और आप बाजार में थोड़ा जोखिम उठाने के लिए भी तैयार हों.
ज्यादा रिटर्न वाले विकल्प चुनें
किसी भी नौकरीपेशा के लिए 50 साल की उम्र वह पड़ाव होता है, जब उसकी आय अपने उच्चतम स्तर पर और लोन आदि की देनदारियां लगभग खत्म होने की कगार पर रहती हैं. ऐसे में निवेशक जोखिम लेने में भी सक्षम रहता है तो उसकी पूरी रणनीति ज्यादा रिटर्न पाने की होनी चाहिए. इसके लिए इक्विटी आधारित निवेश पर जोर देना बेहतर होगा. कुछ हिस्सा इंटरनेशनल इक्विटी फंड, डेट फंड और सोने में भी लगाना चाहिए. निवेशक ध्यान रखें कि इक्विटी में लगाने वाले पैसे को कम से कम 10 साल तक बनाए रखेंगे तो 10-12% का जबरदस्त रिटर्न मिल सकता है.