विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि आज की विश्व व्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाने के लिए भारत को तैयारी करनी चाहिए और उसे यह काम ऐतिहासिक एवं सभ्यतागत उत्तरदायित्व के बोध के साथ करना चाहिए.
उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वर्तमान में हमारी परंपरा से विश्व के लोगों को सिखाने के लिए बहुत कुछ है. उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के इस दौर में इतिहास, परंपरा एवं संस्कृति के कोण से देखने पर विश्व से संपर्क साधने का एक ठोस आधार प्राप्त होता है.
जयशंकर संघ परिवार की एक प्रमुख संस्था भारतीय विचार केंद्रम (बीवीके) द्वारा आयोजित परमेश्वरनजी स्मृति व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे.