बिहार में सियासी हलचल के बीच बड़ी खबर यह है कि राष्ट्रीय जनता दल के खेमे में काफी सक्रियता देखी जा रही है. सूत्रों से बताया जा रहा है कि जल्दी ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. यह महागठबंधन सरकार से समर्थन वापसी का भी हो सकता है. दरअसल, राजद के विधायकों व पार्षदों ने नीतीश सरकार से समर्थन वापस लेने का दबाव बढ़ा दिया है. हालांकि तेजस्वी यादव ने अभी ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है.
इस बीच तेजस्वी यादव ने कहा है कि जनता ने इस सरकार को चुना है और वह जनता के बीच जाना पसंद करेंगे. इस बीच यह भी खबर है कि हो सकता है कि तेजस्वी यादव बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. महागठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने और उसके बाद की सियासत को लेकर काफी हलचल है.
बताया जा रहा है कि नीतीश सरकार ने लालू प्रसाद यादव का फोन नहीं उठाया है. यह जानकारी आ रही है कि लालू यादव ने शुक्रवार को लालू यादव ने अलग-अलग समय में पांच बार फोन किया, लेकिन नीतीश कुमार ने उनका फोन नहीं उठाया. यह भी जानकारी आ रही है कि शिवानंद तिवारी ने भी बात करने की कोशिश की लेकिन, उन्हें भी मिलने का समय नहीं दिया गया.
वहीं, राजद के कुछ नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि महागठबंधन की सरकार को कोई खतरा नहीं है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बिहार में महागठबंधन की सरकार इंटैक्ट है. बहरहाल, बिहार में सियासी हलचल तेज है और पल-पल घटनाक्रम बदल रहे हैं.