ईडी की रेड अक्सर एक शख्स या बिजनेस को परेशानी में डालती है. ऐसा कम ही होता है जब हजारों-लाखों लोग एक साथ इससे प्रभावित हो जाएं. 13 मार्च 2024 को ऐसा ही कुछ देखने को मिला. ईडी ने दुबई में रहने वाले हवाला ऑपरेटर हरिशंकर टिबरेवाला के ठिकानों पर रेड मारी जिसके बाद बुधवार को स्मॉल और मिडकैप शेयरों में तेज बिकवाली शुरू हो गई. आप सोच रहे होंगे कि टिबरेवाला का शेयर मार्केट में गिरावट से क्या लेना-देना?
आपको बता दें कि टिबरेवाला के पास कई स्मॉल और मिडकैप स्टॉक्स हैं. इनमें बहुत से स्टॉक्स में आज लोअर सर्किट लग गया है. गिरावट का आलम ये है कि सेंसेक्स पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 12 लाख करोड़ रुपये घट गया है. एनएसई स्मॉलकैप 100 इंडेक्स की 100 में से 99 कंपनियां लाल निशान पर ट्रेड कर रही थीं. खबर लिखे जाने तक एनएसई मिडकैप 100 करीब 5 फीसदी के करीब गिरकर ट्रेड कर रहा है.
मार्केट के जानकारों की मानें तो हरि शंकर टिबरेवाला पर रेड से बाजार में सेंटीमेंट काफी बिगड़ गए हैं और लोग अपनी पोजिशन छोड़ रहे हैं. पहले मार्केट में ऑपरेटर्स खूब सक्रिय दिख रहे थे जिसकी वजह से फंडामेंटली कमजोर शेयरों में भी तेजी बनी हुई थी. बकौल ब्रोकर्स, टिबरेवाला और 13 अन्य स्टॉक ऑपरेटिंग इकाइयों पर छापेमारी के बाद यह ट्रेंड बदल गया है और बिकवाली की हवा चल पड़ी है.