रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) ने 100 दिनों से भी कम समय में विकसित एक स्वदेशी राइफल ‘उग्राम’ (जिसका अर्थ है क्रूर) का अनावरण किया है. ‘उग्राम’ राइफल को डीआरडीओ की इकाई आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एआरडीई) और हैदराबाद स्थित निजी फर्म डीवीपा आर्मर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है. इसे सेना की जनरल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (जीएसक्यूआर) को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है.
एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘उग्राम’ राइफल को सैन्य, अर्धसैनिक और पुलिस बलों की परिचालन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है. यह 7.62×51 मिमी कैलिबर की राइफल है. इसका वजन 4 किग्रा से कम है और इसकी रेंज 500 मीटर है. यह उन राइफलों की तुलना में अधिक क्रूर बनाती है जो इंसास राइफल की तरह 5.62 मिमी कैलिबर राउंड का उपयोग करती हैं, जिसका उपयोग अर्धसैनिक बलों सहित भारत में सशस्त्र बलों द्वारा लोकप्रिय रूप से किया जाता है.