आज के समय में सड़क सुरक्षा को लेकर हर व्यक्ति का जागरूक होना बेहद जरूरी है. दरअसल यातायात नियमों की जानकारी का अभाव बड़े दुर्घटना का कारण बन सकता है. लिहाजा लोगों को इसकी बड़ी भरपाई करनी पड़ती है. कई बार सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत भी हो जाती है. ऐसे में लोगों को इसके प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सुरक्षित भवः फाउंडेशन की तरफ से ट्रैफिक सिग्नल चौक पर ट्रैफिक रेडियो का संचालन होता है. इस ट्रैफिक रेडियो के माध्यम से लोगों को संदेश के जरिए जागरूक करने का काम किया जा रहा है.
सुरक्षित भवः फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. संदीप धुप्पड़ ने बताया कि ट्रैफिक अनुशासन के लिए उनकी संस्थान विगत 10 सालों से काम कर रही है. विश्व का एक मात्र ट्रैफिक रेडियो सुरक्षित भवः फाउंडेशन छत्तीसगढ़ के दस शहरों में चलता है. प्रतिदिन सुबह वंदे मातरम की धुन से ट्रैफिक रेडियो चालू होते हैं. इसमें छोटे-छोटे संदेश दिए जाते हैं. नो ड्रिंक एंड ड्राइव, तीन सवारी, हिट एंड रन जैसे जागरूकता के मैसेज इनमें शामिल रहते हैं. ट्रैफिक सिग्नल वाले चौक पर वेटिंग टाइम के समय यह मैसेज ट्रैफिक रेडियो के माध्यम से दिया जाता है. इस तरह का काम पिछले 10 सालों से इस संस्थान द्वारा किया जा रहा है. संस्थान ने अपनी इस जागरूकता अभियान के लिए कई अवार्ड पाए और वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाएं हैं.
कई शहरों में जागरूकता
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से ट्रैफिक रेडियो की शुरुआत साल 2013 में हुई थी, फिर दुर्ग, भिलाई, कोंडागांव, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर जैसे कई शहरों में ट्रैफिक रेडियो संचालित होती है. आने वाले दिनों में इसका विस्तार तेजी से होने वाला है. छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के भंडारा, अमरावती जैसे शहरों में मराठी भाषा में भी ट्रैफिक रेडियो प्रसारित किया जाता है. ट्रैफिक रेडियो में अलग-अलग भाषाओं का उपयोग किया जाता है, जिनमें गुजराती, मराठी, पंजाबी के रेडियो जिंगल्स शामिल हैं. रोज रात में इसका समापन जय हिंद की धुन से होता है. बॉर्डर पर तैनात एक फौजी की तरह ही सुरक्षित भवः फाउंडेशन राष्ट्र के नाम जागरूकता अभियान चला रहे हैं. जिस तरह एक फौजी बॉर्डर पर हमारी सुरक्षा का काम करता है, वैसे ही यह फाउंडेशन शहर के अंदर रहकर लोगों की सुरक्षा के लिए उन्हें जागरूक करने का काम करते हैं.